प्यार के दुश्मनों की जिद बनी दुल्हन और प्रेमी की मौत का कारण, जाने दीपक और काजल की पूरी कहानी
दतिया। एक हृदयविदारक घटना में, प्रेमी दीपक अहिरवार ने अपनी प्रेमिका काजल की गोली मारकर हत्या कर दी और फिर खुद फांसी लगाकर जान दे दी। इस घटना से दोनों परिवार गहरे शोक में हैं।
हत्या और आत्महत्या
23 जून को, बरगांय निवासी राजकुमार अहिरवार की बेटी काजल अपनी शादी की तैयारियों के लिए झांसी में ब्यूटी पार्लर गई थी। वहीं, उसके प्रेमी दीपक अहिरवार ने उसे गोली मार दी और मौके से भाग निकला। पुलिस ने उसकी तलाश में छानबीन की और उसकी मोबाइल लोकेशन के आधार पर मुरैना में एक धर्मशाला में उसे फांसी पर लटका पाया।
मां की प्रतिक्रिया
काजल की मां ने इस दुखद घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा, "हत्यारे दीपक को भी उसी तरह मारा जाना चाहिए था, जैसे उसने काजल को मारा।" यह प्रतिक्रिया उनकी गहरे दुख और आक्रोश को दर्शाती है।
पांच साल का संबंध
गांववालों के अनुसार, काजल और दीपक के बीच पिछले पांच साल से संबंध थे। अगर काजल के पिता ने उनकी शादी के लिए सहमति दी होती, तो शायद यह दुखद घटना नहीं होती।
गुमशुदगी और राजीनामा
घटना से एक सप्ताह पहले, काजल और दीपक साथ में कहीं चले गए थे। काजल के परिवार ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट पुलिस में दर्ज कराई थी, जिसके बाद पुलिस ने काजल को वापस उसके परिवार को सौंप दिया था। इस मामले में दोनों परिवारों ने राजीनामा भी किया था और काजल और दीपक कोर्ट में शादी करना चाहते थे, लेकिन कोर्ट की छुट्टी होने के कारण वे शादी नहीं कर सके।
शादी का फैसला
काजल के परिवार ने उसका रिश्ता झांसी चिरगांव के सिमथरी गांव के राज के साथ तय कर दिया और उसे झांसी भेज दिया। काजल के परिवार ने दहेज में खेत बेचकर पैसे और एक कार भी दी थी।
दुखद अंत
दीपक को यह बात नागवार गुजरी और उसने काजल की शादी वाले दिन झांसी पहुंचकर उसे गोली मार दी। इसके बाद, दीपक ने मुरैना में एक धर्मशाला में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और दोनों परिवार गहरे सदमे में हैं।