सीएम हेल्पलाइन के दुरुपयोग करने वालों की अब खैर नहीं सरकार लेगी एक्शन
भोपाल। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सरकार ने सीएम हेल्पलाइन के दुरुपयोग को रोकने के लिए एक सख्त निर्देश जारी किया है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि सीएम हेल्पलाइन एक महत्वपूर्ण मंच है, जिसका उद्देश्य नागरिकों की समस्याओं का समाधान करना है। हालांकि, इसका दुरुपयोग करने वालों के खिलाफ अब कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सीएम हेल्पलाइन का उद्देश्य और सफलता
लोक सेवा प्रबंधन के प्रमुख सचिव राघवेंद्र सिंह के अनुसार, सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से प्रदेश के नागरिकों की अनेक समस्याओं का प्रभावी ढंग से समाधान किया जा रहा है। हर दिन लगभग 60,000 कॉल्स प्राप्त होते हैं, और अब तक 97.3 प्रतिशत शिकायतों का समाधान किया जा चुका है। इनमें से 72 प्रतिशत शिकायतें संतुष्टिपूर्ण तरीके से हल की गई हैं, जबकि लंबित शिकायतों का प्रतिशत केवल 2.7 है।
दुरुपयोग पर नियंत्रण
सरकार अब उन शिकायतकर्ताओं को चिह्नित कर रही है, जो इस सेवा का अनुचित लाभ उठा रहे हैं। यदि कोई व्यक्ति एक ही दिन में पांच से अधिक शिकायतें करता है या 10 से अधिक शिकायतें दर्ज कराता है, तो उसे उस दिन के लिए ब्लॉक करने पर विचार किया जा रहा है। सरकार का उद्देश्य हेल्पलाइन को प्रभावी और पारदर्शी बनाए रखना है, जबकि इसके दुरुपयोग को रोका जा रहा है।
नई पहल और सुविधाएं
प्रमुख सचिव ने यह भी बताया कि सीएम डैशबोर्ड के तहत 40 विभागों के 185 विभिन्न डैशबोर्ड काम कर रहे हैं। इसके अलावा, जिला डैशबोर्ड और जिला रैंकिंग डैशबोर्ड का भी संचालन हो रहा है। महिला और दिव्यांगों के लिए विशेष हेल्पलाइन सेवाएं भी शुरू की गई हैं, और शिकायत की स्थिति जानने के लिए अब व्हाट्सएप चैटबॉट की सुविधा भी प्रदान की जा रही है।
मध्य प्रदेश सरकार के इस कदम से सीएम हेल्पलाइन की विश्वसनीयता और प्रभावशीलता में बढ़ोतरी की उम्मीद है, साथ ही उन नागरिकों को मदद मिलेगी जो वास्तव में अपनी समस्याओं का समाधान चाहते हैं।