सागर पुलिस ने अपहरण और दुष्कर्म के आरोपी को गिरफ्तार किया
सागर। सागर जिले के मोतीनगर थाना पुलिस ने अपहरण और दुष्कर्म के आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा-निर्देशों के तहत, फरार व्यक्तियों, स्थाई वारंटियों और बालक/बालिकाओं की दस्तयाबी हेतु चलाए जा रहे अभियान के दौरान यह कार्रवाई की गई।
मामला: 14 वर्षीय बच्ची का अपहरण घटना की शुरुआत 26 सितंबर 2024 को हुई, जब फरियादी गोविन्द पिता पंचमलाल आदिवासी, निवासी ग्राम हफसिली थाना मोतीनगर, ने अपनी 14 साल 10 महीने की बेटी के अचानक लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई। गोविन्द ने बताया कि 25 सितंबर की रात खाना खाकर परिवार के सभी लोग सो गए थे। रात 2 बजे जब गोविन्द की नींद खुली, तो उसने देखा कि उसकी बेटी घर पर नहीं थी। घर और आसपास के इलाकों में तलाश करने के बाद भी कोई जानकारी नहीं मिली, जिससे उन्हें संदेह हुआ कि कोई अज्ञात व्यक्ति उनकी बेटी को बहला-फुसलाकर भगा ले गया है। इस रिपोर्ट के आधार पर मोतीनगर पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
आरोपी की पहचान और गिरफ्तारी जांच के दौरान, 14 वर्षीय अपहृता को दस्तयाब किया गया और उसके बयान दर्ज किए गए। पीड़िता के बयान के आधार पर, पुलिस ने मामले में खुशीराम उर्फ खुशुबू पिता भगवान दास आदिवासी, उम्र 20 साल, निवासी ग्राम शासन थाना छानबीला जिला सागर, को आरोपी के रूप में चिन्हित किया। आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत भी मामला दर्ज किया गया।
मुखबिरों से मिली जानकारी के आधार पर, पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की, जिसमें उसने अपराध कबूल कर लिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ़्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे केंद्रीय जेल सागर में न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया।
पुलिस टीम की सराहना इस मामले में त्वरित कार्रवाई के लिए मोतीनगर थाना प्रभारी निरीक्षक जसवंत सिंह राजपूत, उपनिरीक्षक सत्यभामा मिश्रा, प्रधान आरक्षक बालकृष्ण चौबे, प्रमोद बागरी, सुशील राय, राहुल और प्रेम कुमार की सराहना की गई है। इन पुलिसकर्मियों की तत्परता और कुशलता के चलते आरोपी को समय रहते गिरफ्तार किया जा सका और पीड़िता को न्याय दिलाने की दिशा में कदम उठाए गए हैं।
पुलिस ने इस कार्रवाई को एक महत्वपूर्ण सफलता मानते हुए कहा कि अपराधियों के खिलाफ उनकी कठोर कार्रवाई जारी रहेगी।