उज्जैन: समग्र आईडी बनाने के नाम पर रिश्वत लेते पंचायत सचिव रंगे हाथों गिरफ्तार
शिकायत के बाद लोकायुक्त का जाल
घटना उज्जैन के नागदा तहसील की है। ग्राम पिपल्या मोलू के अजय काठा ने अपने परिवार से अलग नई समग्र आईडी बनवाने के लिए पंचायत में आवेदन किया था। लेकिन पंचायत सचिव जीवन बामनिया ने इसके बदले 2,000 रुपये की रिश्वत मांगी। अजय काठा ने इस बारे में 11 मार्च को लोकायुक्त टीम से शिकायत कर दी थी।
कैसे पकड़ा गया रिश्वतखोर सचिव?
लोकायुक्त टीम ने सचिव को पकड़ने के लिए योजना बनाई। शिकायतकर्ता अजय काठा ने आरोपी को कैमिकल लगे नोट देने के लिए गुरुवार को नागदा बस स्टैंड पर बुलाया। जैसे ही जीवन बामनिया ने रिश्वत ली और उसे अपनी जेब में रखा, अजय ने सिर पर हाथ फेरकर इशारा कर दिया। इशारा मिलते ही लोकायुक्त अधिकारी दीपक शेजवार और उनकी टीम ने सचिव को मौके पर ही पकड़ लिया। अब आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है।
इससे पहले भी उज्जैन में रिश्वतखोरी का मामला
गुरुवार की घटना से एक दिन पहले बुधवार को उज्जैन लोकायुक्त टीम ने महीदपुर तहसील कार्यालय में रीडर दीपा चेलानी को 5,000 रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था।
इस ऑपरेशन में शामिल लोकायुक्त अधिकारी
- DSP राजेश पाठक
- इंस्पेक्टर दीपक शेजवार
- अनिल अटोलिया
- श्याम शर्मा
- शिवकुमार शर्मा
- राकेश डाबर
- कुणाल पुरोहित
लोकायुक्त पुलिस लगातार भ्रष्टाचार के मामलों पर शिकंजा कस रही है और सरकारी दफ्तरों में रिश्वतखोरी के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है।