"बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया, मैं अपने शब्दों पर कायम हूं" – प्रहलाद पटेल
राजगढ़: मध्य प्रदेश के पंचायत मंत्री प्रहलाद पटेल के लोगों को भीख मांगने की आदत' वाले बयान पर विवाद बढ़ता जा रहा है। यह बयान दो दिन पहले राजगढ़ जिले के सुठालिया में एक कार्यक्रम के दौरान दिया गया था, जिस पर अब सियासी हलचल तेज हो गई है।
बयान को लेकर बढ़ते विरोध के बीच मंत्री प्रहलाद पटेल ने सफाई दी है। उन्होंने कहा, "यह मेरा स्वजातीय कार्यक्रम था और समाज को स्वाभिमान से खड़ा करना अपराध नहीं है। मेरे बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है और इसे राजनीतिक रंग दिया जा रहा है। मैंने अपने समाज के बीच यह बात कही थी और आगे भी कहूंगा।"
कांग्रेस ने मांगा इस्तीफा, 5 मार्च को विरोध प्रदर्शन
कांग्रेस ने मंत्री पटेल के बयान को जनता का अपमान बताते हुए उनके इस्तीफे और माफी की मांग की है। कांग्रेस ने ऐलान किया है कि 5 मार्च को सभी जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने इस बयान को लेकर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, *"क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यही ट्रेनिंग देकर गए हैं? बीजेपी के मंत्री जनता को भिखारी कह रहे हैं। अगर जनता भिखारी है, तो फिर सीएम हेल्पलाइन और जनसुनवाई जैसी नौटंकियां बंद कर देनी चाहिए।"
मंत्री प्रहलाद पटेल का पलटवार
मंत्री पटेल ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा, जिस कार्यक्रम की बात की जा रही है, वह सामाजिक था, न कि राजनीतिक। कांग्रेस के भी नेता वहां मौजूद थे। जीतू पटवारी को अगर कार्रवाई करनी है, तो पहले उन कांग्रेसी नेताओं पर करें, जो मेरे साथ मंच पर थे।"
पटेल ने आगे कहा, "मैं अपने बयान पर अडिग हूं। यह सवाल ही नहीं उठता कि मैं जनता के खिलाफ बोलूं। पहले मेरा पूरा बयान सुना जाए, फिर सवाल उठाए जाएं।"
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने की रावण से तुलना
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने मंत्री पटेल के बयान की तुलना रावण के अहंकार से की। उन्होंने कहा, प्रहलाद पटेल वरिष्ठ और गंभीर मंत्री हैं, लेकिन उन्होंने किस संदर्भ में यह बात कही, यह वही जानें।"
धार में मंत्री का पुतला जलाने की कोशिश
बयान को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन तेज कर दिया है। धार जिले में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मंत्री प्रहलाद पटेल का पुतला जलाने की कोशिश की।हालांकि, कोतवाली पुलिस ने पुतला छीनकर पानी डालकर आग बुझा दी।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि "जनता की मांगों को भीख बताना लोकतंत्र का अपमान है। बीजेपी का यह अहंकार जल्द ही जनता के आक्रोश में तब्दील होगा।"
क्या कहता है यह विवाद?
मंत्री पटेल के बयान ने राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है। कांग्रेस इसे जनता के अपमान से जोड़ रही है, जबकि मंत्री इसे अपने समाज के लिए कही गई बात बता रहे हैं। अब देखना होगा कि यह विवाद कितना आगे बढ़ता है और क्या मंत्री पटेल पर कोई कार्रवाई होती है या नहीं।