अर्जुन के पेड़ से निकल रही पानी की धार, लोग मान रहे चमत्कार
बैतूल जिले के भीमपुर विकासखंड के कुंड और आदर्श धनोरा के बीच स्थित अर्जुन के पेड़ से पानी की धार निकलने की घटना चर्चा का विषय बनी हुई है। स्थानीय लोग इसे चमत्कार मानकर पूजा-अर्चना कर रहे हैं और इस पानी को विशेष मानकर संग्रहित कर रहे हैं।
कैसे सामने आई घटना?
सुबह कुछ महिलाएं जब नदी में स्नान के लिए गईं, तो उन्होंने देखा कि अर्जुन के पेड़ से तेज धार में पानी निकल रहा है। यह देखकर क्षेत्र के अन्य लोग भी वहां इकट्ठा हो गए। पेड़ से निकल रहे पानी को लेकर कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गईं, और कुछ लोगों ने इसे चमत्कारी जल मानकर बोतलों व गिलासों में भरना शुरू कर दिया।
वैज्ञानिकों ने बताया प्राकृतिक घटना
वीवीएम कॉलेज के वनस्पति विज्ञान विभाग के प्रमुख प्रोफेसर सुदामां लहरपुरे ने इस घटना का वैज्ञानिक विश्लेषण किया। उनके अनुसार, यह कोई चमत्कार नहीं बल्कि एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिसे बैक्टीरियल वेट वुड कहा जाता है।
प्रोफेसर लहरपुरे ने बताया कि पेड़ों में स्वाभाविक रूप से नमी होती है। जब बैक्टीरिया का संक्रमण होता है, तो पेड़ की छाल में छेद बन जाते हैं, जिससे जैविक क्रियाओं के कारण वायु उत्पन्न होती है। यह वायु दबाव बनाकर नमी को पेड़ से बाहर निकाल देती है, जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि पेड़ से पानी की धार निकल रही है।
प्राकृतिक घटना को लेकर आस्था और विज्ञान के मतभेद
जहां वैज्ञानिक इसे एक जैविक प्रक्रिया मान रहे हैं, वहीं स्थानीय लोग इसे चमत्कार समझकर पूजा कर रहे हैं। फिलहाल, यह घटना लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है और बड़ी संख्या में लोग इसे देखने पहुंच रहे हैं।