शव यात्रा पर मधुमक्खियों का हमला, मची अफरा-तफरी
दमोह। शनिवार दोपहर एक अजीबोगरीब घटना सामने आई, जब शव यात्रा के दौरान मधुमक्खियों ने अचानक हमला कर दिया। इस हमले से वहां मौजूद लोग घबराकर अर्थी छोड़कर भाग खड़े हुए। वहीं, पास के घाट पर अस्थि विसर्जन और मुंडन करा रहे एक अन्य शोकाकुल परिवार के 10 से 12 लोग भी मधुमक्खियों के हमले का शिकार हो गए।
क्या है मामला?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, असाटी वार्ड निवासी शकुंतला रैकवार का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था। उनके अंतिम संस्कार के लिए शव यात्रा हटा नाका मुक्तिधाम की ओर जा रही थी। रास्ते में फुटेरा तालाब के पास एक पीपल के पेड़ के नीचे कंधा बदलने की परंपरा के तहत शव यात्रा कुछ देर के लिए रोकी गई। इसी दौरान, मटकी-हांडी से उठे धुएं से आक्रोशित मधुमक्खियों ने अचानक वहां मौजूद लोगों पर हमला कर दिया।
घटना के बाद मची भगदड़
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मधुमक्खियों के हमले से शव यात्रा में शामिल लोगों के बीच अफरा-तफरी मच गई। लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे, यहां तक कि अर्थी को भी कुछ देर के लिए वहीं छोड़ दिया गया। इसी बीच, घाट पर अस्थि विसर्जन के बाद मुंडन करवा रहे 10-12 लोगों को भी मधुमक्खियों ने निशाना बना लिया।
स्थानीय लोगों ने किया अंतिम संस्कार
घटना के बाद काफी देर तक कोई शव यात्रा के पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा सका। बाद में, दमोह के युवा मोंटी रैकवार और स्थानीय जागरूक लोगों की मदद से अर्थी को उठाकर शमशान घाट ले जाया गया, जहां अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी की गई।
इस अनोखी घटना के कारण अंतिम यात्रा में शामिल लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा, लेकिन स्थानीय लोगों की तत्परता से अंततः अंतिम संस्कार संपन्न हुआ।