82.44 लाख की बैंक धोखाधड़ी का खुलासा, EOW ने दर्ज किया केस
बैंक ऑफ बड़ौदा सिरोंजा शाखा की तत्कालीन शाखा प्रबंधक समेत 14 पर FIR
सागर। आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) सागर ने एक बड़ी बैंक धोखाधड़ी का मामला उजागर किया है। बैंक ऑफ बड़ौदा सिरोंजा शाखा की तत्कालीन शाखा प्रबंधक अर्चना बाघमारे सहित 14 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार का प्रकरण दर्ज किया गया है। इन पर केसीसी (KCC) लोन में नियमों को दरकिनार कर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर करीब 82.44 लाख रुपए की हानि पहुंचाने का आरोप है।
EOW को प्राप्त शिकायत के आधार पर जांच की गई, जिसमें सामने आया कि बैंक प्रबंधक अर्चना बाघमारे ने अपने सहयोगी गजेन्द्र सिंह, कमलेश अहिरवार और अन्य निजी व्यक्तियों के साथ मिलकर ऋण प्रक्रिया में गंभीर अनियमितताएं कीं। जांच में यह भी पाया गया कि लोन स्वीकृति के दौरान कृषि भूमि का रकबा, फसल की जानकारी और पहले से बंधक भूमि संबंधी तथ्यों को छिपाया गया।
इसके अलावा, ऋण जारी करने से पहले आवश्यक निरीक्षण और सत्यापन प्रक्रिया को भी नजरअंदाज किया गया। बैंक के पैनल अधिवक्ता के बजाय बाहरी अधिवक्ता व्ही.एस.जे.बी. राणा उर्फ वीणू राणा से फर्जी सत्यापन रिपोर्ट तैयार करवाई गई और कूटरचित दस्तावेजों को प्रमाणित भी कराया गया।
इन गंभीर आरोपों के आधार पर EOW ने अर्चना बाघमारे सहित गजेन्द्र सिंह, कमलेश अहिरवार, अधिवक्ता वीणू राणा और 10 अन्य अपात्र लाभार्थियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13(1)बी, 13(2) तथा भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।
EOW के अनुसार, जांच जारी है और विवेचना के दौरान अन्य लोगों की संलिप्तता सामने आने पर उनके विरुद्ध भी विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी।