महिला न्याय के लिए भटक रही, गैंगरेप के आरोप में नहीं हुई कार्रवाई, कलेक्ट्रेट में बिगड़ी तबीयत
छतरपुर। दमोह की रहने वाली एक महिला न्याय की तलाश में दर-दर भटक रही है, लेकिन अब तक उसे इंसाफ नहीं मिल सका है। गुरुवार को जब वह शिकायत लेकर छतरपुर कलेक्ट्रेट पहुंची, तो उसकी तबीयत बिगड़ गई। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे संभाला।
महिला ने बताया कि उसकी पहली शादी 14 फरवरी 2014 को भतपुरा गांव निवासी भारत राजपूत से हुई थी। लेकिन पंचायत में मेट के पद पर कार्यरत लक्ष्मी प्रसाद राजपूत ने उसे प्रेमजाल में फंसाया और पहले पति से तलाक करवा दिया। इसके बाद 16 मई 2025 को लक्ष्मी ने उससे कोर्ट मैरिज की और उसे छतरपुर ले आया।
गांव ले जाकर सरपंच और सचिव से करवाया गैंगरेप
पीड़िता के मुताबिक, बीते रविवार की रात लक्ष्मी उसे उसके गांव ले गया, जहां पर सरपंच मुलायम लोधी और सचिव बल्लू शर्मा ने लक्ष्मी के कहने पर उसके साथ गैंगरेप किया। जब उसने विरोध किया तो उसके साथ मारपीट भी की गई।
पांच दिन बाद भी नहीं हुई कोई कार्रवाई
महिला का आरोप है कि वह बीते पांच दिनों से बिजावर थाना, महिला थाना, एसपी कार्यालय और कलेक्टर कार्यालय के चक्कर काट रही है, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है।
इस पूरे मामले में एडिशनल एसपी विदिता डांगर का कहना है कि उन्हें अभी तक इस संबंध में कोई शिकायत नहीं मिली है, शिकायत मिलने पर जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
थाना प्रभारी का बयान विवादों में
वहीं, बिजावर थाना प्रभारी कमलजीत सिंह ने बताया कि महिला पहले भी एक व्यक्ति पर बलात्कार का मामला दर्ज करवा चुकी है और उसकी पहली शादी से तीन बच्चे हैं। थाना प्रभारी का यह बयान अब सवालों के घेरे में है कि क्या किसी पीड़िता की पूर्व की शिकायतें, वर्तमान आरोप की गंभीरता को कम कर सकती हैं?
महिला की हालत नाजुक, न्याय की उम्मीद बाकी
इस मामले ने फिर एक बार प्रशासनिक संवेदनशीलता और महिला सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पीड़िता की तबीयत फिलहाल ठीक नहीं है और वह अस्पताल में भर्ती है। वह अब भी एक ही मांग कर रही है। न्याय