घर के पानी के टैंक में मिली दो भाइयों की लाशें, 500 लीटर पेट्रोल भी बरामद
सीहोर जिले के इछावर में एक दर्दनाक घटना सामने आई है। यहां एक घर के पानी के टैंक में दो सगे भाइयों की लाशें मिली हैं। पुलिस ने इस टैंक से 500 लीटर पेट्रोल भी बरामद किया है, जिसे 8 कैन में रखा गया था। आशंका जताई जा रही है कि पेट्रोल से बनी गैस की वजह से दोनों भाइयों का दम घुट गया।
पुलिस के अनुसार, बोरदीकलां गांव में जयसवाल परिवार सीमेंट की दुकान चलाता है। परिवार में चार भाई- पंकज, नरेंद्र, राहुल और गोलू जयसवाल एक साथ रहते हैं। मंगलवार सुबह पंकज और नरेंद्र ने देखा कि राहुल और गोलू घर में नहीं थे। फोन करने पर रिंग घर में ही बजी, जिसके बाद दोनों भाइयों की खोजबीन शुरू हुई।
सीसीटीवी फुटेज देखने पर पता चला कि राहुल और गोलू रात करीब 3 बजे घर के पानी के टैंक में घुसे थे, लेकिन बाहर नहीं आए। पंकज और नरेंद्र तुरंत टैंक के पास पहुंचे और झांकने पर राहुल (28) और गोलू (25) की लाशें दिखीं।
मामले की गंभीरता को देखते हुए राजस्व विभाग की एक टीम भी मौके पर पहुंची। पुलिस ने सुरक्षा इंतजाम के साथ टैंक में प्रवेश किया और वहां डेढ़ फीट पानी के बीच 60-60 लीटर की 8 कैन में रखा करीब 500 लीटर पेट्रोल बरामद किया।
इछावर थाना प्रभारी ब्रजेश कुमार ने बताया कि दोनों भाई अवैध रूप से पेट्रोल की खरीद-फरोख्त का काम करते थे। संभवतः रात में स्टॉक निकालने के लिए वे टैंक में घुसे थे, लेकिन पेट्रोल से बनी गैस की वजह से उनका दम घुट गया। एफएसएल टीम ने भी मौके की जांच की है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारण की पुष्टि हो पाएगी।
आरजीपीवी में पेट्रोकेमिकल के एचओडी डॉ. प्रशांत शर्मा का कहना है कि अगर वेंटिलेशन प्रॉपर नहीं हो तो जमीन के अंदर बनाए गए किसी भी स्ट्रक्चर में कार्बन मोनोऑक्साइड जैसी कई टॉक्सिक गैस बनने लगती हैं। इन गैसों के ग्रुप को नॉक्सेस कहा जाता है, जो सांस के जरिए फेफड़ों में पहुंचकर नर्वस सिस्टम को डैमेज कर देती हैं, जिससे व्यक्ति बेहोश हो जाता है और अगर समय पर बाहर नहीं निकाला गया तो उसकी मृत्यु हो जाती है।