सागर जिले के मेहर गांव में उल्टी-दस्त का कहर: 70 से अधिक लोग अस्पताल में भर्ती
सागर के झांसी-सागर रोड पर स्थित मेहर गांव में अचानक उल्टी-दस्त से 70 से अधिक लोग बीमार हो गए। ग्रामीणों की हालत बिगड़ने पर उन्हें त्वरित अस्पताल पहुंचाया गया। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गए और देर रात तक मरीजों का इलाज किया गया।
कैसे फैली बीमारी
सागर के नरयावली विधानसभा की ग्राम पंचायत मेहर के आदिवासी मोहल्ला, रविदास वार्ड, और ऊपर टोला क्षेत्र के लोग अचानक उल्टी-दस्त की चपेट में आ गए। देखते ही देखते मरीजों की संख्या बढ़ने लगी, और हालत बिगड़ने पर उन्हें बांदरी अस्पताल, जिला अस्पताल और बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया।
कौन-कौन हैं प्रभावित
मरीजों में 3 से 8 साल तक के बच्चे और 60 साल तक के बुजुर्ग शामिल हैं। जिला अस्पताल में 16 मरीज भर्ती हुए हैं, जिनमें 8 बच्चे हैं। बाकी मरीज बीएमसी, भाग्योदय अस्पताल, और बांदरी अस्पताल में भर्ती हैं।
डायरिया का अंदेशा और पानी के सैंपल
गांव के आदिवासी मोहल्ला नारायणपुरा, रविदास वार्ड, और ऊपर टोला के लोग सरकारी बोर के पानी का इस्तेमाल करते हैं। बुधवार रात से लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी और गुरुवार को हालत और खराब हो गई। स्वास्थ्य विभाग ने गांव में 5 कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर तैनात किए हैं और बांदरी अस्पताल में तीन शिफ्टों में डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई गई है। पानी के सैंपल लिए जा रहे हैं और जांच जारी है।
डॉक्टरों का बयान
डॉ. अजय यादव के मुताबिक, 16 मरीजों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें 8 बच्चे शामिल हैं। सभी मरीजों का इलाज किया जा रहा है और हालत स्थिर है। दूषित पानी पीने के कारण पेट में संक्रमण की संभावना जताई जा रही है।
डॉ. अभिषेक ठाकुर ने बताया कि मरीजों की निगरानी के लिए अस्पताल में 4 डॉक्टरों की टीम तैनात की गई है। सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद ही बीमारी का सही कारण सामने आ सकेगा।
ग्रामीणों का हाल
गांव के लोग डरे हुए हैं और प्रशासन से तत्काल मदद की उम्मीद कर रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है और स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।