चांटे का बदला: 9वीं के छात्र की हत्या
भोपाल के अर्जुन नगर में गुरुवार रात 9वीं के छात्र ब्रजकांत पांडे (16) की हत्या करने वाले आरोपी सोनू बाथम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में उसने बताया कि सिर्फ एक चांटे का बदला लेने के लिए उसने छात्र की जान ली। गुरुवार दोपहर को हुए विवाद में ब्रजकांत ने सोनू को चांटा मारा और पत्थर फेंककर मारा था।
वर्चस्व की लड़ाई
सोनू ने पुलिस को बताया कि क्षेत्र में उसका वर्चस्व है और ब्रजकांत की हरकत से उसकी बेइज्जती हो गई थी। उसने ठान लिया था कि किसी भी हालत में ब्रजकांत को जिंदा नहीं छोड़ेगा। सही मौका देखते ही उसने सूजे से ब्रजकांत के सीने में वार कर दिया। सोनू को यकीन था कि सूजे के वार से ब्रजकांत बचेगा नहीं, और वह मौके से फरार हो गया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया है। टीआई मनोज पटवा ने बताया कि फिलहाल औजार की जब्ती नहीं की जा सकी है, लेकिन शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में सूजे जैसी चीज से वार किए जाने की पुष्टि हुई है।
अड़ीबाजी के केस में मृतक भी आरोपी
डीसीपी प्रियंका शुक्ला ने बताया कि ब्रजकांत और सोनू बाथम के बीच वर्चस्व को लेकर विवाद था। दोनों अर्जुन नगर बस्ती के फेस वन में रहते हैं। गुरुवार दोपहर उनके बीच झगड़ा हुआ, जिसमें ब्रजकांत ने सोनू को चांटा और पत्थर मारा था। मोहल्ले के लोगों ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराया, लेकिन बाद में सोनू अपने पिता के साथ शिकायत लेकर टीटीनगर थाने पहुंचा। ब्रजकांत भी पीछे-पीछे थाने आ गया और वहां भी बहस हुई। पुलिस ने ब्रजकांत को हिरासत में लेकर उसके पिता को कॉल किया, लेकिन उन्होंने आने में असमर्थता जताई और कहा कि चाहें तो बेटे को जेल भेज दें। बाद में ब्रजकांत को भूरा, सोनू और उसके पिता के सुपुर्द कर दिया गया।
सबक सिखाने की नीयत से हत्या
सोनू ने ब्रजकांत को सबक सिखाने का मन बना लिया था। रात करीब 10:30 बजे जब ब्रजकांत घर के पास खड़ा था, सोनू ने उस पर नुकीले हथियार से वार कर दिया। पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को समझाइश देकर मामला शांत कराया। लहूलुहान हालत में ब्रजकांत को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। ब्रजकांत और सोनू, दोनों पर पहले से अड़ीबाजी के केस दर्ज हैं।
पिता का बयान
ब्रजकांत के पिता ब्रजलोचन पांडे ने बताया कि ब्रजकांत प्राइवेट स्कूल में 9वीं का छात्र था और वह वन विभाग में फोर्थ क्लास कर्मचारी हैं। ब्रजकांत उनका इकलौता बेटा था और उसकी दो बहनें भी हैं। उन्होंने बताया कि दोपहर में पुलिस ने उन्हें बेटे को पकड़ने की सूचना दी थी, लेकिन शाम तक थाने आने की बात कही थी। इस बीच, पुलिस ने बेटे को भूरा और सोनू को सौंप दिया, जिसकी जानकारी उन्हें नहीं थी। रात में बेटे का शव मिला, जिसके सीने पर गुप्ती या पेंचकस जैसे हथियार से वार किए जाने का निशान था।
पुलिस पर आरोप
ब्रजलोचन पांडे का कहना है कि पुलिस ने उन्हें बताया था कि एफआईआर में वही लिखवाना होगा, जो वे बताएंगे। उन्होंने मांग की कि उन पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए, जिन्होंने बेटे को थाने में रखा और बिना सूचना दिए उसे आरोपियों को सौंप दिया। उन्होंने सभी दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।