सड़क हादसा: हाईवा-ऑटो की टक्कर में 7 लोगों की मौत, कई घायल
जबलपुर में सिहोरा-कटनी स्टेट हाईवे पर बुधवार शाम हुए दर्दनाक हादसे में 7 लोगों की मौत हो गई, जबकि 11 लोग घायल हो गए। हादसा उस समय हुआ जब ऑटो और हाईवा के बीच भयंकर टक्कर हो गई। प्रत्यक्षदर्शी करण सिंह कोल, जो ऑटो में सवार थे, ने बताया कि हाईवा से टक्कर के बाद ऑटो करीब 50 मीटर तक घिसटता चला गया और हाईवा के पलटने से कई लोग उसमें दब गए।
हादसे की वजह: ओवरटेक करते समय अनियंत्रित हुआ ऑटो
करण सिंह के अनुसार, ऑटो में कुल 18 लोग सवार थे। ऑटो चालक ने हाईवा को ओवरटेक करने की कोशिश की, लेकिन नियंत्रण खो बैठा। हाईवा के पीछे लगी लोहे की चेन ऑटो में फंस गई, जिससे ऑटो घिसटता हुआ सड़क किनारे पलट गया। हादसे में 3 साल के बच्चे समेत एक पूरा परिवार खत्म हो गया। करण सिंह ने बताया कि उनके सामने एक मासूम ने दम तोड़ दिया, और अन्य लोग हाईवा के नीचे दब गए थे।
घटना के बाद पुलिस की कार्रवाई
मझगंवा पुलिस ने हाईवा चालक ओमकार द्विवेदी को हिरासत में ले लिया है और उसके खिलाफ लापरवाहीपूर्वक वाहन चलाने का मामला दर्ज किया है। एएसपी सूर्यकांत शर्मा ने बताया कि इस इलाके में तेज रफ्तार से चलने वाले वाहनों पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
मृतकों में एक पूरा परिवार खत्म
हादसे में शोभाराम (35), उनकी पत्नी कल्लू बाई (30), और उनका 3 साल का बेटा भूरा कोल की मौत हो गई। साथ ही करण (20) और उसकी पत्नी रानू (19) की भी जान चली गई। ये सभी लोग सागर जिले से सोयाबीन की फसल काटने जा रहे थे।
ऑटो चालक फरार
इस दर्दनाक घटना के बाद ऑटो चालक दीपक बर्मन, जो कटनी जिले के सिलौड़ी गांव का निवासी है, मौके से फरार हो गया। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
एम्बुलेंस ड्राइवर और टेक्नीशियन बर्खास्त
हादसे के बाद, दो घायल मरीजों को मेडिकल कॉलेज जबलपुर के बजाय प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराने पर दो एम्बुलेंस ड्राइवर और एक इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन को बर्खास्त कर दिया गया है। कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई।
मृतकों और घायलों के लिए आर्थिक मदद की घोषणा
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हादसे पर गहरा दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए और सड़क दुर्घटना निधि से 15 हजार रुपए की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है। संबल योजना के अंतर्गत आने वाले परिवारों को अतिरिक्त 4 लाख रुपए की सहायता दी जाएगी।
इस दुखद हादसे ने पूरे क्षेत्र को स्तब्ध कर दिया है। प्रशासन ने घायलों के बेहतर इलाज और मृतकों के परिवारों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है।