प्रधानमंत्री मोदी ने खजुराहो में रखी केन-बेतवा परियोजना की आधारशिला, जल संरक्षण को बताया 21वीं सदी की सबसे बड़ी चुनौती
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती पर खजुराहो में देश की पहली महत्वाकांक्षी और बहुउद्देशीय केन-बेतवा राष्ट्रीय नदी जोड़ो परियोजना की आधारशिला रखी। इस अवसर पर आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री ने केन और बेतवा नदियों के जल का संगम कर इस ऐतिहासिक परियोजना की शुरुआत की।
देश को मिली दो बड़ी सौगातें
इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सौर परियोजना का लोकार्पण किया और 1153 अटल ग्राम सुशासन भवनों का भूमि पूजन किया। साथ ही, उन्होंने स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में डाक टिकट और ₹100 का स्मारक सिक्का भी जारी किया।
सुशासन को बताया भाजपा सरकारों की पहचान
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि सुशासन केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि भाजपा सरकारों की पहचान है। उन्होंने कहा, "जहां-जहां भाजपा की सरकारें हैं, वहां विकास और जनहित के कार्यों में सफलता मिली है।" प्रधानमंत्री ने इस दिन को सुशासन दिवस बताते हुए कहा कि यह पर्व अटलजी के आदर्शों और उनकी सेवाभावना को समर्पित है।
जल संरक्षण: 21वीं सदी की सबसे बड़ी चुनौती
पीएम मोदी ने जल संरक्षण की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि जल सुरक्षा ही 21वीं सदी की सबसे बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि जल ही कृषि, उद्योग और समृद्ध जीवन का आधार है। उन्होंने बताया कि उनकी सरकार ने हर घर नल जल योजना के तहत पांच वर्षों में 12 करोड़ परिवारों तक स्वच्छ पानी पहुंचाया है, जिस पर साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये खर्च किए गए।
केन-बेतवा परियोजना से बुंदेलखंड को राहत
प्रधानमंत्री ने कहा कि बुंदेलखंड लंबे समय से सूखे और जल संकट से जूझ रहा था। केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना से इस क्षेत्र में सिंचाई और पीने के पानी की समस्या दूर होगी। उन्होंने इसे क्षेत्र के विकास की दिशा में एक बड़ा कदम बताया।
मध्यप्रदेश की उपलब्धियां और भविष्य की योजनाएं
प्रधानमंत्री ने मध्यप्रदेश सरकार की सराहना करते हुए कहा कि पिछले दशक में राज्य ने जल प्रबंधन और सूक्ष्म सिंचाई में शानदार काम किया है। उन्होंने बताया कि हाल ही में एक अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट ने मध्यप्रदेश को दुनिया के 10 सबसे आकर्षक स्थलों में से एक बताया है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी इस अवसर पर प्रधानमंत्री को "आधुनिक भारत का भागीरथ" बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने अटलजी के सपने को साकार किया है। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि राज्य में रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए 5 वर्षों में ढाई लाख पदों पर भर्तियां की जाएंगी।
अतीत की गलतियों पर हमला
प्रधानमंत्री ने पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने जल संकट के स्थायी समाधान के लिए कभी प्रयास नहीं किए। उन्होंने बाबा साहब अंबेडकर के योगदान को याद करते हुए कहा कि जल प्रबंधन के लिए बाबा साहब को वह श्रेय नहीं मिला, जिसके वे हकदार थे।
आगे बढ़ेगा बुंदेलखंड
प्रधानमंत्री ने कहा कि बुंदेलखंड और मध्यप्रदेश आने वाले समय में विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने में बड़ी भूमिका निभाएंगे। उन्होंने इस क्षेत्र के विकास के लिए केंद्र और राज्य सरकारों की प्रतिबद्धता दोहराई।
केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना और अन्य विकास कार्यों की शुरुआत बुंदेलखंड के लिए एक नया सवेरा है। यह न केवल जल संकट का समाधान करेगी, बल्कि क्षेत्र में समृद्धि और खुशहाली भी लाएगी। प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर लोगों को भरोसा दिलाया कि सरकार हर चुनौती का सामना करते हुए उनके जीवन को बेहतर बनाने के लिए कार्यरत है।