सागर में अवैध सागौन कारोबार पर वन विभाग की बड़ी कार्रवाई, 70 घनमीटर लकड़ी जब्त, एक गिरफ्तार
सागर/ मोतीनगर क्षेत्र की दो लकड़ी की सॉ मिलों पर वन विभाग की छापेमारी में 70 घनमीटर अवैध सागौन जब्त किया गया है, जिसकी अनुमानित बाजार कीमत करीब 40 लाख रुपए बताई जा रही है। इस कार्रवाई में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है, जबकि मुख्य आरोपी फरार है।
यह कार्रवाई उत्तर बैतूल वनमंडल के खारी बीट क्षेत्र में अवैध सागौन कटाई के मामले से जुड़ी हुई है। गिरफ्तार तस्कर राजू वादिवा की निशानदेही पर यह जानकारी सामने आई कि सागौन की बड़ी खेप सागर भेजी गई थी। इसके बाद प्रशिक्षु आईएफएस विनोद जाखड़ के नेतृत्व में बैतूल वन विभाग की टीम ने सागर पहुंचकर स्थानीय वन विभाग के सहयोग से मोतीनगर चौराहा स्थित कुंजबिहारी मिश्रा सॉ मिल और श्रीकृष्ण सॉ मिल पर छापेमारी की।
छापेमारी के दौरान दोनों सॉ मिलों से दो ट्रक सहित भारी मात्रा में अवैध सागौन जब्त किया गया। मौके से कुंजबिहारी मिश्रा सॉ मिल के प्रबंधक जगदीश श्रीवास्तव को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि मालिक अमित मिश्रा फरार है। वन विभाग ने दोनों सॉ मिलों को सील कर दिया है और प्रकरण दर्ज किया गया है। यह कार्रवाई मुख्य वन संरक्षक सागर वृत्त रिपुदमन सिंह भदौरिया के निर्देश पर की गई।
18 अक्टूबर से शुरू हुई कार्रवाई की कड़ी जुड़ी सागर तक
इस पूरे नेटवर्क का खुलासा 18 अक्टूबर 2024 को खारी बीट में हुई छापेमारी के बाद हुआ, जब अवैध सागौन से भरा ट्रक पकड़ा गया था। तस्कर मौके से फरार हो गए थे, लेकिन जांच में पता चला कि लकड़ी सागर भेजी जा रही थी। इसके बाद नीमपानी के शेख अफजल और पाढर के सोनू मुइनुद्दीन को पकड़ा गया, जो तस्करों के लिए रेकी का काम कर रहे थे।
बाद में मंडीदीप से राम मेहरा को गिरफ्तार किया गया और 27 फरवरी को इस सिंडिकेट के कुख्यात सरगना राजू वादिवा को दबोचा गया। वादिवा पर 28 पुलिस केस और 16 वन अपराध दर्ज हैं। वह वर्ष 1997 से सागौन तस्करी में सक्रिय है और कई बड़ी घटनाओं को अंजाम दे चुका है।
वन विभाग अब इस पूरे नेटवर्क की गहराई से जांच कर रहा है और फरार आरोपियों की तलाश तेज कर दी गई है।