सागर। जिले के विभिन्न शासकीय अशासकीय विद्यालयों के 12वीं कक्षा में प्रथम श्रेणी में आने वाले मेधावी छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से ज्ञान प्रतिभा सम्मान समारोह" का भव्य आयोजन रविवार को ज्ञानवीर विश्वविद्यालय में किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में डॉक्टर हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर नीलिमा गुप्ता विशिष्ट अतिथि के रूप में कलेक्टर संदीप जी आर सहित छात्र-छात्राओं के शिक्षकगण एवं अभिभावक बड़ी संख्या में उपस्थित सो कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जुलन एवं माँ सरस्वती पूजन से की गई। विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉक्टर हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय की कुलपति नीलिमा गुप्ता ने कहा कि हर बच्चा विशेष है उसमें विशेष प्रतिमा होती है ज्ञानवीर विश्वविद्यालय द्वारा यह ज्ञान प्रतिभा सम्मान समारोह बच्चों के लिए शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करने का कार्यक्रम है, जिसमें सभी प्रतिभावान बच्चों का सम्मान किया जा रहा है। उन्होंने ज्ञानवीर विश्वविद्यालय एवं डॉ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय के बीच एम.ओ.यू. पर सहमति दी, उन्होंने अपने वक्तव्य में छात्र-छात्राओं की मन लगाकर पढ़ाई करने जोर दिया एवं ज्ञानवीर विश्वविद्यालय के सुनहरे भविष्य के साथ ही छात्र-छात्राओं के प्रोत्साहन के लिए विश्वविद्यालय को शुभकामनाएं एवं साधुवाद दिया
जिसके पास टाइम मैनेजमेंट है सफलता उसके साथ है - कलेक्टर
कार्यक्रम के दौरान कलेक्टर संदीप जी आर ने सभी विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि हारना गलत बात या अपराध नहीं है, लेकिन हार मन कर बैठ जाना अपराध है सफलता असफलता जीवन के दो पहलू है सफलता का स्वाद वही जानता है जो असफल रहा हो इसलिए असफलता से ना करें। अपने लक्ष्य को बड़ा रखो क्योंकि कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती, कलेक्टर संदीप जी आर ने मंच से सभी विद्यार्थियों से प्रश्नोत्तरी शैली में बात करते हुए छात्रों को टाइम मैनेजमेंट के गुर सिखाते हुए ज्ञानवीर विश्वविद्यालय प्रबंधन की बधाईयां और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम से छात्र-छात्राओं तथा उनके अभिभावकों का शिक्षा के प्रति रुझान बढाता है ज्ञानवीर विश्वविद्यालय द्वारा किया जाने वाला यह कार्यक्रम छात्र-छात्राओं को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करेगा, जो आने वाले समय में बड़े-बड़े पदों पर जाकर अपने क्षेत्र का नाम रोशन करेंगे
हर बच्चे को शिक्षा और संस्कार से जोडना हमारा संकल्प -आदित्य सिंह राजपूत
ज्ञानवीर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति आदित्य सिंह राजपूत ने कार्यक्रम में आए सभी मेधावी छात्र-छात्राओं उनके गुरुजन एवं उनके अभिभावकों का गर्मजोशी के साथ स्वागत करते हुए कहा कि हमारा उद्देश्य है कि हर बच्चा शिक्षित हो हर बच्चा संस्कारवान हो जिसके लिए हमारा संस्थान लगातार प्रयास कर रहा है और यह प्रयास आपकी उपस्थिति से सफल होता नजर आ रहा है आदित्य सिंह राजपूत ने कहा कि हमारे ज्ञानवीर शिक्षण संस्थान का मुख्य उद्देश्य शिक्षा के साथ साथ संस्कार भी देना है। ज्ञान प्रतिभा सम्मान समारोह के द्वारा प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित किया जा रहा है. ताकि छात्र-छात्राएं और मेहनत करें साथ ही इस कार्यक्रम में हमने इन छात्र-छात्राओं के अभिभावक व गुरुजनों को भी सम्मानित किया है. ताकि हमारे शिक्षक गण और अभिभावक बच्चों को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करें और अधिक से अधिक हमारे बच्चे शिक्षित हो सके।
5,000 से अधिक छात्र-छात्राओं का किया जा चुका है, सम्मान
कुलाधिपति आदित्य सिंह राजपूत ने कहा कि विगत दो वर्षों से ज्ञानवीर विश्वविद्यालय अपनी स्थापना के साथ ही इस आयोजन को सम्पन कर रहा है ।इस वर्ष पूरे सागर जिले को समाहित करते हुए विश्वविद्यालय स्तर पर चार कार्यकर्म आयोजित किए गए। जिसमें लगभग ६,००० से अधिक छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया जा चुका है (इस कड़ी में पहला कार्यकर्म गढ़ाकोटा, दूसरा बीना, तीसरा सागर और चौथा ज्ञानवीर विश्वविद्यालय परिसर, मारा ईमालिया में आयोजित किया गया है। इस कार्यक्रम का मूल उद्देश्य उन विद्यार्थियों की मेहनत, लगन और शैक्षणिक प्रतिबद्धता को सम्मानित करना है, जिन्होने सीमित संसाधनों के बावजूद उत्कृष्ट प्रदर्शन कर या सिद्ध कर दिया कि समर्पण और आत्मविश्वास से किसी भी लक्ष्या को प्राप्त किया जा सकता है।
ज्ञानवीर विश्वविद्यालय सदैव इस बात में विश्वास रखता है कि प्रेरणा ही परिवर्तन की शुरुआत होती है। यही कारण है कि हम अपने क्षेत्र के होनहारों को आगे बढ़ाने और उन्हें उज्जवल भविष्य की ओर प्रेरित करने हेतु ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन करते रहेगे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व जनपद अध्यक्ष गुलाब सिंह राजपूत ने कहा कि बच्चे देश का भविष्य है। और इस भविष्य को सवारने की जिम्मेदारी हम सब की है। आज आधुनिकता के युग में कई शिक्षण संस्था खोले जा रहे है। लेकिन शिक्षा के साथ सरकार की भी समाज को आवश्यकता है। शिक्षा के साथ संस्कार के उद्देश्य को लेकर इस ज्ञानवीर विश्वविद्यालय की नींव रखी गई हमारे पूज्य माता-पिता के नाम पर यह विश्वविद्यालय इस ग्रामीण क्षेत्र में स्थापित किया।
कार्यक्रम में विद्यार्थियों को विषय विशेषज्ञयों द्वारा उनके भविष्य को संवारने हेतु मार्गदर्शन प्रदान किया गया।
विश्वविद्यालय के कुलगुरू प्रोफेसर आर. के. त्रिवेदी, प्रोफेसर महेश शुक्ला, मनीष जैन, सचिन तिवारी, आशीष जैन के बी. शर्मा, के साथ शिक्षकों, कार्मचारियों एवं विद्यार्थियों भी उपस्थित रहे। रूपभ बुन्देला एव डॉ शुभम जैन ने कार्यक्रम का संचालन किया। डॉ. ईति साहू ने रूपरेखा प्रस्तुत की।