सागर। कलेक्टर संदीप जी आर के निर्देश के बाद अनुविभागीय अधिकारी राजस्व मुनव्वर खान द्वारा कृषि उपज मंडी प्रांगण में मंडी अधिकारी कर्मचारी ,किसान संगठन एवं व्यापारियों की एक बैठक ली गई जिसमें उन्होंने किसानों से निवेदन किया था कि वह अपनी उपज मंडी का लेकर आए एवं व्यापारियों से भी कहा था कि वह मंडी आकर ही डाक नीलामी माध्यम से ही फसलों का क्रय करें। मंडी अधिकारी कर्मचारी को निर्देशित करते हुए कहा था की मंडी प्रांगण में किसान एवं व्यापारियों को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए।
अनुविभागीय अधिकारी राजस्व मुनव्वर खान द्वारा ली गई बैठक का असर दिखने लगा है, देवरी कृषि उपज मंडी में किसान अपनी फसल को लेकर आ रहे हैं जिससे मंडी में बंपर आवक हो रही है। व्यापारियों द्वारा विभिन्न किस्म की फसलों की खरीदी डाक नीलामी के माध्यम से मंडी प्रांगण में ही की जा रही है। देवरी कृषि उपज मंडी में बैठक के बाद से लगातार आवक हो रही है लाखों रुपए की फसल की बंपर आवक मंडी में आकर नीलाम हो चुकी है। एसडीएम के निर्देश के बाद लगातार किसान एवं व्यापारी मंडी में आकर नीलामी के माध्यम से ही फसल का क्रय विक्रय कर रहे हैं।कृषि उपज मंडी के सचिव रामचरण ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया की मई में प्याज़ 23144 क्विंटल आय एक लाख अठरह हजार आठ सौ पंद्रह, लहसुन 22066 क्विंटल 6 लाख 54 हजार 605, अन्य हरी सब्जी 6100 क्विंटल 68 हजार रूपये के साथ कुल आय 4574365 अंकन 45 लाख 74 हजार रूपये की आय हुई है। जिसको बढ़ाने के निरंतर प्रयास किये जा रहे है। वर्तमान में शासन के नियम अनुसार सागर संभाग की कुल 18 मंडियो को ईमंडी में जोड़ा गया है, जिसमे देवरी मंडी भी सम्मलित है व्यापारियों द्वारा जब किसान की उपज को खरीदा जाता है। तो कृषक ई मंडी ऐप के माध्यम से स्वं गेट प्रवेश पर्ची जारी कर सकता है।मंडी प्रांगण में डांक नीलामी में भाग लेते है यदि प्रवेश पर्ची मंडी गेट पर जारी कराना चाहता है तो मंडी गेट प्रभारी के द्वारा ऑनलाइन प्रवेश पर्ची जारी करने की सुविधा है। डाक नीलामी में उच्चतम बोली लगाने बाली फर्म को कृषक अपनी उपज विक्रय कर सकता है साथ ही मंडी कर्मचारी के द्वारा POS मशीन से ऑनलाइन अनुबंध जारी करने की सुविधा है। तौल कर्ता द्वारा ऑनलाइन तौल की जाति है साथ ही व्यापारियों द्वारा ऑनलाइन अनुबंध एबं भुगतान की कार्यवाही की जाति है। मंडी सचिव रामचरण ठाकुर ने क्षेत्र के समस्त किसान भाइयों से अपील की है की अपनी उपज विक्रय सिर्फ मंडी के माध्यम से ही करें और शासन की योजनाओं का लाभ उठाये।