न्यायालय में हंगामा: हत्या के आरोपी ने जज पर फेंकी चप्पल, न्यायालय की गरिमा पर उठे सवाल
महाराष्ट्र के ठाणे जिले के कल्याण शहर में शनिवार को अदालत में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई। 22 वर्षीय हत्या के आरोपी किरण संतोष भाराम ने जिला और सत्र न्यायाधीश आर.जी. वाघमारे पर चप्पल फेंकी, जिससे न्यायालय की गरिमा पर सवाल उठ खड़े हुए।
घटना का पूरा विवरण
यह अप्रत्याशित घटना उस समय घटी जब भाराम को हत्या के मामले में सुनवाई के लिए न्यायाधीश वाघमारे के समक्ष पेश किया गया था। आरोपी ने न्यायाधीश से अनुरोध किया कि उसका मामला किसी अन्य अदालत में स्थानांतरित किया जाए। न्यायाधीश ने आरोपी को अपने वकील के माध्यम से आवेदन दाखिल करने का निर्देश दिया, लेकिन उस समय भाराम का वकील अदालत में उपस्थित नहीं था।
न्यायाधीश ने आरोपी से एक नए वकील का नाम देने को कहा और अगली सुनवाई की तारीख तय की। इसी दौरान, भाराम ने अचानक अपनी चप्पल उतारी और न्यायाधीश की ओर फेंक दी। हालांकि, चप्पल न्यायाधीश को नहीं लगी और बेंच क्लर्क के पास लकड़ी की फ्रेम से टकरा गई।
एफआईआर दर्ज, गंभीर धाराएं लगाईं गईं
घटना के तुरंत बाद, भाराम के खिलाफ पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 132 (सार्वजनिक सेवक को बाधित करने के लिए हमला) और धारा 125 (दूसरों की सुरक्षा को खतरे में डालने वाले कृत्य) के तहत मामला दर्ज किया। पुलिस ने इस घटना को न्यायिक प्रक्रिया के प्रति गंभीर उल्लंघन और अदालत की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाला कृत्य बताया।
न्यायपालिका की सुरक्षा और गरिमा पर सवाल
यह घटना न्यायपालिका में शिष्टाचार और सुरक्षा के महत्व को दर्शाती है। भाराम के इस कृत्य ने न केवल अदालत की कार्यवाही को बाधित किया, बल्कि न्यायिक प्रणाली के प्रति अनुशासन और सम्मान की कमी को भी उजागर किया।
आरोपी को कानूनी परिणाम भुगतने होंगे
भाराम के खिलाफ लगाए गए आरोपों के आधार पर उसे गंभीर कानूनी परिणामों का सामना करना पड़ सकता है। इस घटना ने अदालतों में शांति और अनुशासन बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया है। न्यायपालिका को प्रभावी ढंग से कार्य करने के लिए सम्मान और सुरक्षा की आवश्यकता होती है, और ऐसे कृत्य न्याय प्रणाली में बाधा उत्पन्न करते हैं।
यह घटना न केवल न्यायालय की कार्यवाही में हस्तक्षेप का मामला है, बल्कि न्यायिक प्रणाली की गरिमा को बनाए रखने के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश भी देती है। पुलिस और न्यायालय ने इस मामले को गंभीरता से लिया है, और आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की संभावना है।