दमोह में पुलिस और हिस्ट्रीशीटर बदमाश के बीच मुठभेड़, एएसआई घायल, आरोपी गिरफ्तार
दमोह में गुरुवार सुबह पुलिस और कुख्यात बदमाश कासिम कुरैशी के बीच मुठभेड़ हो गई। इस दौरान जबलपुर नाका पुलिस चौकी प्रभारी एएसआई आनंद अहिरवाल के हाथ में गोली लग गई। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए फायरिंग की, जिसमें आरोपी के पैर में गोली लगी और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
कैसे हुई मुठभेड़?
एसपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी के मुताबिक, कासिम कुरैशी इलाके का कुख्यात बदमाश है और कई मामलों में वांटेड था। वह लंबे समय से फरार चल रहा था। गुरुवार सुबह करीब 6 बजे पुलिस को सूचना मिली कि कासिम राजनगर इलाके में मौजूद है और उसके पास हथियार भी हैं। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उसे सरेंडर करने को कहा, लेकिन कासिम ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। एक गोली एएसआई अहिरवाल के हाथ में लगी। इसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए उसे धर दबोचा।
घायल एएसआई को जिला अस्पताल से जबलपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है, जहां उनकी हालत सामान्य बताई जा रही है। वहीं, आरोपी कासिम का इलाज सागर जिला अस्पताल में चल रहा है।
परिजनों का आरोप, पुलिस ने जानबूझकर मारी गोली
कासिम के परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए चमन चौराहे पर डेढ़ घंटे तक प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि कासिम निहत्था था और पुलिस ने जानबूझकर उसे गोली मारी। वहीं, पुलिस का दावा है कि आरोपी ने खुद फायरिंग की, जिसके बाद आत्मरक्षा में कार्रवाई की गई।
सुरक्षा के मद्देनज़र पुलिस बल तैनात
चमन चौराहे पर किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए 10 पुलिस जवानों को तैनात किया गया है। यहां से बांदकपुर, कुंडलपुर, हिंडोरिया, पटेरा और कुम्हारी की ओर जाने वाले लोगों की आवाजाही सामान्य है।
कई संगीन मामलों में वांटेड था कासिम
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, कासिम कुरैशी पर कुल 23 आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें गो-हत्या, विस्फोटक अधिनियम, लूट, डकैती और हत्या के प्रयास जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं। वह कोतवाली और देहात थाना के कई मामलों में फरार चल रहा था।
फिलहाल पुलिस पूरे घटनाक्रम की जांच कर रही है।