बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज की बदहाल स्थिति पर पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव के बेटे अभिषेक भार्गव ने उठाए सवाल
सागर: मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाओं पर सवाल उठाते हुए पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव के बेटे अभिषेक भार्गव ने सोशल मीडिया के माध्यम से प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं पर गंभीर बहस छेड़ दी है। उन्होंने एक पोस्ट में कॉलेज की बदहाल स्थिति और प्रशासन की लापरवाही को उजागर किया, जिससे सरकार की चिकित्सा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं।
मासूम की दर्दनाक मौत ने उठाए गंभीर सवाल
अभिषेक भार्गव ने अपने पोस्ट में एक हृदयविदारक घटना का जिक्र किया, जिसमें 18 माह की एक मासूम बच्ची की निमोनिया के चलते इलाज के दौरान बर्नर मशीन में झुलसने से मौत हो गई। उन्होंने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज अब उच्च स्तरीय चिकित्सा सेवा देने के बजाय सिर्फ नाम मात्र की स्वास्थ्य सेवाओं तक सीमित रह गया है।
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में सिर्फ सामान्य सर्जरी तक सीमित इलाज
अभिषेक भार्गव ने मेडिकल कॉलेज की गिरती साख पर सवाल उठाते हुए लिखा कि जहां निजी अस्पतालों में जटिल सर्जरी तक सफलतापूर्वक की जा रही हैं, वहीं बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में केवल सामान्य सर्जरी, हड्डी रोग और प्रसूति तक ही इलाज सीमित रह गया है। मरीजों को बेहतर इलाज के लिए भोपाल या अन्य निजी अस्पतालों में जाने की सलाह दी जा रही है, जो सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सीधा सवाल खड़ा करता है।
सीएम मोहन यादव और चिकित्सा मंत्री राजेंद्र शुक्ला से अपील
अभिषेक भार्गव ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और चिकित्सा शिक्षा मंत्री एवं सागर के प्रभारी मंत्री राजेंद्र शुक्ला से इस गंभीर मामले पर ध्यान देने की अपील की। उन्होंने लिखा कि वह व्यक्तिगत रूप से मुख्यमंत्री और चिकित्सा शिक्षा मंत्री के सामने इस मुद्दे को उठाएंगे और मांग करेंगे कि मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाओं में सुधार किया जाए।
उन्होंने कहा कि आम जनता को अब खुद आगे आना होगा और सरकार से ऐसी स्वास्थ्य सेवाएं मांगनी होंगी जो गरीबों और जरूरतमंदों के लिए भी आसानी से उपलब्ध हों। अब देखना होगा कि सरकार इस पर क्या कदम उठाती है।
क्या सरकार इस मुद्दे पर कोई ठोस कार्रवाई करेगी, या फिर यह मामला भी सिर्फ चर्चाओं तक सीमित रह जाएगा?