रिश्वत लेते रंगेहाथों पकड़ा गया बीआरसी, चाय के थर्मस में मांगे थे नोट
मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ लोकायुक्त की कार्रवाई का सिलसिला जारी है। एक के बाद एक रिश्वतखोर अधिकारी-कर्मचारी कानून के शिकंजे में आ रहे हैं, फिर भी भ्रष्टाचार पर लगाम लगती नहीं दिख रही। ताजा मामला नर्मदापुरम जिले के इटारसी से सामने आया है, जहां आदिवासी ब्लॉक के बीआरसी (ब्लॉक रिसोर्स कोऑर्डिनेटर) कृष्ण कुमार शर्मा को भोपाल लोकायुक्त टीम ने रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों पकड़ लिया।
शिकायत के अनुसार, सोमूखेड़ा प्राथमिक शिक्षा केन्द्र के शिक्षक देवेन्द्र पटेल से बीआरसी द्वारा कंसल्टेंसी फंड और मध्यान्ह भोजन योजना की राशि के ऑडिट के नाम पर 5 हजार रुपए की रिश्वत मांगी जा रही थी। बीआरसी ने कहा था कि मध्यान्ह भोजन में बच्चों की कम उपस्थिति को 85 प्रतिशत दिखाकर क्लीन चिट दी जाएगी, इसके बदले सभी स्कूलों से तीन-तीन हजार रुपए इकट्ठा कर देने होंगे।
देवेंद्र पटेल की शिकायत पर लोकायुक्त टीम ने योजना बनाई। सत्यापन के बाद पटेल को रंगे हाथों पकड़वाने के लिए भेजा गया। हैरान कर देने वाली बात यह रही कि बीआरसी ने रिश्वत के पैसे सीधे हाथ में न लेकर चाय के थर्मस में रखने को कहा। जैसे ही शिक्षक ने थर्मस में नोट रखकर बीआरसी को सौंपा, लोकायुक्त की टीम ने मौके पर पहुंचकर बीआरसी को धर दबोचा।
फिलहाल बीआरसी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है।