रिश्वतखोरी का भंडाफोड़: चेक से ली गई रकम, CBI ने PNB मैनेजर व चपरासी को किया गिरफ्तार
बदायूं। सरकारी दफ्तरों में रिश्वतखोरी के खिलाफ भले ही जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हों, लेकिन बदायूं में एक युवक की सतर्कता ने भ्रष्टाचारियों की पोल खोल दी। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना का लाभ लेने पहुंचे देवव्रत ने रिश्वत की मांग पर सीबीआई की एंटी करप्शन टीम से शिकायत की, जिसके बाद पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की सहसवान शाखा के मैनेजर राजीव गंगवार और चपरासी दयाराम को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया।
देवव्रत ने बताया कि उन्होंने जिला उद्योग केंद्र के माध्यम से योजना के लिए आवेदन किया था। स्वीकृति के बाद उनका केस सहसवान ब्रांच में भेजा गया, जहां चपरासी दयाराम ने 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। उन्होंने 25 अप्रैल को ही मोबाइल पर आए सरकारी संदेश के मुताबिक सीबीआई से संपर्क किया और पूरा मामला बताया।
CBI अधिकारियों की निगरानी में बुधवार को देवव्रत ने 38 हजार रुपये की रिश्वत चेक के जरिए देने की योजना बनाई। मैनेजर ने नकद लेने से इनकार करते हुए चपरासी से संपर्क करने को कहा। चपरासी दयाराम ने रकम देवव्रत के खाते में जमा करवाई और फिर चेक पर हस्ताक्षर करा लिया। जैसे ही चपरासी वह चेक लेकर मैनेजर को देने पहुंचा, सीबीआई टीम ने मौके पर ही उसे दबोच लिया।
हालांकि चेक तो तत्काल मिल गया, लेकिन बैंक से भेजे गए 38 हजार रुपये को ढूंढने में टीम को दो घंटे लग गए। बाद में कैश काउंटर से वही नोट बरामद किए गए, जिनके नंबर पहले से नोट कर लिए गए थे।
एसएसपी डॉ. बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर सीबीआई की टीम लखनऊ रवाना हो गई है। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ एक सशक्त संदेश मानी जा रही है।